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International Day of Acceptance This Post Design By The Revolution Deshbhakt Hindustani

International Day of Acceptance

आज यूएस में  National DJ Day   सेलिब्रेट किया जा रहा है! इसके अलावा, आज  International Day of Acceptance   भी मनाया जा रहा है! क्या कभी आपके साथ, ऐसा हुआ है, जब आपको किसी टीम के लिए नहीं चुना गया या फिर, जब आपके दोस्त आपके बिना फिल्म देखने चले गए। या कोई लड़का या लड़की, जिसे आप वास्तव में पसंद करते हैं, लेकिन वो आप से बात नहीं करता। या परिवार और सोसायटी में, आपको या फिर आपके विचारों को एक्सेप्ट नहीं किया गया हो? भले ही आपको अभी ठुकरा दिया गया हो, लेकिन यह दुनिया का अंत नहीं है। A-20 जनवरी को मनाया जाने वाला इंटरनेशनल डे ऑफ एक्सेप्टेंस, साल 2010 में पहली बार मनाया गया था! यह दिन हमें, स्वीकार करना सिखाता है, जीवन के हर सुख-दुख से लेकर हर चीज को! वैसे तो यह दिन स्पेशली एबल्ड लोगों के लिए समर्पित है! उनकी तमाम चुनौतियों के बावजूद, उन्हें गले लगाने का संदेश देता है! इस दिन को मनाने के पीछे, हमारी रियल लाइफ हीरो, एनी हॉपकिंस का विजन था! वो एक वकील, उद्यमी, कलाकार और छात्रा थीं! यह दिन विकलांग लोगों की सामाजिक स्वीकृति और स्वर्गीय एनी हॉपकिंस को सम्मानित करने के लिए समर्पित है।

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यह दिन टॉलरेबल, और खुले विचारों वाला, होने के बारे में है! जो लोग आपसे अलग हैं, स्पेशली एबल्ड हैं, उनमें वो देखें, जो वो कर सकते हैं, न कि वो, जिसे करने में वो सक्षम नहीं हैं! अगर हम दूसरों को एक्सेप्ट करने की बात कर रहे हैं, तो खुद की कमियों को स्वीकार करना, उतना ही जरूरी है! क्योंकि स्वीकार करना, बदलाव की शुरुआत है! ‘‘मुझे कभी डेट नहीं मिलेगी, या कोई भी मुझे पसंद नहीं करेगा’’ इसकी ज्यादा फिक्र न करें! रिजेक्शन आपका दिल दुखा सकती है, लेकिन फिर भी आपके पास एक और मौका होगा, दूसरी बार।   क्या एक ऐसी आदर्श दुनिया नहीं होनी चाहिए, जिसमें सभी लोगों को वैसे ही स्वीकार किया जाए, जैसे वो हैं! चाहे वे कितने भी अलग क्यों न हों, चाहे वे कितने ही अनोखे क्यों न हों। हम में से हर कोई अलग दिखता है, सभी के कैरेक्टर की एक यूनिक क्वालिटी है, बात करने का तरीका, सेंस आॅफ ह्यूमर, थोड़ा रूड किसी एंग्री बर्ड की तरह, कोई इंटरोवर्ट या एक्ट्राॅवर्ट या कैसा भी हो सकता है! आपके परिवार, सोसायटी, दोस्तों या रोमांटिक लाइफ में, जो जैसा है, उसे वैसे ही अपनाएं! कोई बहुत ज्यादा सीरियस रहने वाला भी हो सकता है और कोई 24*7, रेडियो या डीजे के, कंटिन्यू सॉंग प्रसारण की तरह लगातार बोलने वाला भी, ह्यूमन नेचर की इस डायवर्सिटी को एक्सेप्ट करना सीखें!

B- कोई भी जश्न, नाच-गाने के बिना पूरा नहीं होता! और जमकर नाचने के लिए, डीजे कितना जरूरी है, आप भी समझ सकते हैं! डीजे यानी डिस्क जॉकी, दर्शकों के लिए रिकॉर्ड संगीत बजाते हैं। राष्ट्रीय डीजे दिवस, इसी डिस्क जॉकी शब्द का जश्न मनाता है! हालाँकि, पहला डिस्क जॉकी सेशन 1909 में रे न्यूबी नाम के एक 16 वर्षीय लड़के ने किया था, और यह डिस्क जॉकी शब्द के लोकप्रिय होने से बहुत पहले की बात है! क्योंकि साल 1935 में वाल्टर विंचेल ने ‘‘डिस्क जॉकी’’ मतलब डीजे शब्द गढ़ा था।   हालांकि साल 1943 में, इंग्लैंड में, पहली डीजे डांस पार्टी का आयोजन किया था। और देखते ही देखते, 1950 और 1960 के दशक में डीजे, बिजनेस का एक पॉपुलर जरिया बनकर उभरा! आज का दिन दुनिया के सबसे प्रतिष्ठित डीजे- एलन फ्रीड, जिन्हें मूंडोग कहा जाता है, को श्रद्धांजलि देने के लिए समर्पित है और सभी को जश्न मनाने के लिए प्रोत्साहित करता है। जन्मदिन, शादी या फिर किसी भी सेलिब्रेशन के लिए, क्या आप भी ‘‘ क्लब में डीजे नाइट का प्लान तो नहीं कर रहे? अपने दोस्तों, परिवार और एक भीड़, जिसे आप नहीं जानते, लेकिन डीजे की शानदार प्लेलिस्ट आपकी फुल एन्जाॅयमेंट का पूरा ध्यान रखते हैं! डीजे नाइट प्लान करना एक बहुत अच्छा ऑप्शन है, लेकिन अगर आप ऐसा नहीं भी कर पाते हैं, तो घर में ही कलरफुल लाइट्स लगाएं और मोबाइल फोन में अपनी फेवरेट प्लेलिस्ट लगाकर, डांस करें! आपकी हाउस पार्टी, आपको डिस्क जाॅकी यानी डीजे बनने का सबसे बढ़िया मौका दे रही है! श्रीमद भगवत गीता में कहा गया है कि कमजोरियों को स्वीकार करने से हम असुरक्षित, कमजोर और अयोग्य महसूस कर सकते हैं, लेकिन जब आप सब कुछ स्वीकार कर लेते हैं, तब आप संपूर्ण हो जाते हैं। स्वीकृति के इस अंतरराष्ट्रीय दिवस पर, द रेवोल्यूशन -देशभक्त हिंदुस्तानी की की ओर से मैं, सिर्फ यही कहना चाहूंगा कि अगर हम, हर किसी को भगवान का अंश मानते हैं, तो उन्हें खुली बाहों से स्वीकार करना सीखें!